Dr. Rahul Piles Fistula Clinic & Male Infertility Center

Dr Rahul Piles Fistula Clinic is running under the Guidance and Supervision of Dr. Rahul Singh as an Ayurvedic proctologist and Ksharsutra specialist.
We treat all gastrointestinal / abdominal problems like IBS/IBD, Colitis, Ulcerative Colitis GERD etc.
We are specialised to treat all anorectal problems like Piles, Fissure, Fistula, Sentinel Tag (Sentinel Piles), Pilonidal Sinus, Anal Stenosis and Anal Condyloma etc. by well known best procedure as KSHAR SUTRA.
We assure complete relief in the above said elements by conservative treatment or perisurgical procedure that is KSHAR SUTRA.
Our aim is to use Ayurveda knowledge to improve human health quality. We provide all facilities in Ayurveda KSHAR SUTRA for the treatment for these issues as per patients and diseases stage. We not only revitalize the body and the soul but also consist of a total health orientation.

We carefully study the reports and tests of the patients so as to come up with the best and cost-effective treatments. We use ayurvedic methods, so that these diseases can be cured effectively and naturally. Today, we are counted one among the most reliable clinic that are engaged in treating piles related problems. We carefully listen to patients' problems and provide them with the appropriate treatment

100% Safe and Complete Ayurvedic Treatment for

PILES | FISSURE | FISTULA

Piles Treatment

» बवासीर / पाइल्स् में सामान्यतया दर्द नही होता जब तक कि वह बाहर निकल कर लटक न गया हो |(prolapsed and strangulated ) » रक्त का स्राव बून्दो अथवा पिचकारी / धार के रूप मे होता है| » बवासीर में मस्से सामान्यतया अन्दर होते हैं जो मलत्याग के समय जोर लगाने पर बाहर आ जाते हैं और फिर अपने आप अन्दर चले जाते हैं अथवा रोगी द्वारा स्वयं ही हाथ से अन्दर कर लिया जाता है| » बवासीर की चार अवस्थाये होती हैं जिन्हे ग्रेड कहा जाता है जिसमे ग्रेड I ग्रेड II की चिकित्सा दवा से एवम् ग्रेड III,ग्रेड IV ऑपरेशन करके ठीक किया जाता है| » ऑपरेशन के बाद 3 से 6 सप्ताह में बवासीर सामान्यता पूर्ण रूप से ठीक हो जाता है| » ऑपरेशन आधे घंटे में संपन्न हो जाता है एवं 1 घंटे के पश्चात मरीज अपने घर जा सकता है|

Fistula Treatment

भगंदर नामक बीमारी एक गंभीर बीमारी है| जिसमें मलद्वार के आसपास यानी perianal area में फोड़ा या फुंसी हो जाता है| जिसमें से मवाद यानी पस या पानी जैसा पदार्थ बीच बीच में आता है फिर बंद हो जाता है और कुछ दिनों के पश्चात दोबारा आना शुरू होता है और यह प्रक्रिया चालती रेहति है| इस में दर्द तब होता है जब मवाद आना बंद हो जाता है| भगंदर अर्थात फिस्टुला का मुंह बंद हो जाता है या बीच बीच में कष्ट पहुंचाता रहता है और मरीज को सामान्य जीवन नहीं जीने देता| भगंदर के मुख्य कारण है उनमें Anal Cripts में इन्फेक्शन हो जाना जरूर है लेकिन जो सामान्य कारण है उसमें कब्जियत (कॉन्स्टिपेशन), हॉर्स राइडिंग (घुड़सवारी), दो पहिया वाहन की ज्यादा सवारी करना अथवा बहुत ज्यादा देर तक बैठे रहना मल वक्त अधिक जोर लगाना इत्यादि| इनमे से कोई एक या अधिक कारणों से भगन्दर हो सकता है|

Fissure Treatment

फ़िसर के सामान्य लक्षणो मे दर्द, चुभन व जलन प्रथम है तदोपरान्त खुजली भी हो सकती है| » रक्त का स्राव मल के ऊपर रेखा के रूप में अथवा बून्दो के रूप में हो सकता है अथवा नही भी हो सकता है| » मलत्याग के तत्काल बाद ही दर्द, चुभन व जलन इत्यादि मे वृद्धि हो जाती है| » कई बार मवाद का स्राव भी होते देखा गया है| » फ़िसर के कारणो मे दोपहिया वाहन की अधिक सवारी, कठोर मल (Hard Stool)का त्याग , अधिक देर तक बैठने वाला कार्य इत्यादि शामिल है| » फ़िसर कि चिकित्सा सामान्यतया औषधियो द्वारा की जाती है एवं 50% से अधिक रोगियो मे ऑपरेशन की आवश्यकता नही पड़ती है|